सिरसा। रातभर हुई बरसात के बाद शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। लोगों के घरों व दुकानों में पानी घुस आया है। प्रशासन द्वारा जलनिकासी के किए गए तमाम दावों की पोलपट्टी खुलकर सामने आ गई है। यह बात प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि राजकुमार शर्मा ने शहर का दौरा करते हुए कही। उन्होंने नोहरिया बाजार, सुरतगढिय़ा बाजार, शिव चौक, बंद गेट, नई अनाज मंडी, जनता भवन रोड, सब्जी मंडी, रोड़ी बाजार, हिसारिया बाजार, परशुराम चौक, अंबेदकर चौक, बस स्टैंड रोड, कंगनपुर रोड, कीर्तीनगर, सदर बाजार, बंद गेट, बेगू रोड, अग्रसेन कॉलोनी आदि का दौरा करते हुए कहा कि पूरा शहर टापू में तबदील हो गया है।
सीवरेज ओवरफ्लो हो गए हैं। कोई ऐसा कोना नहीं बचा, जहां पानी एकत्रित ना हुआ हो। राजकुमार शर्मा ने कहा कि हर बार बरसाती सीजन से पहले प्रशासन जलनिकासी के लंबे चौड़े दावे करता है और हर बार ही इन दावों की कलई खुल जाती है। इस दफा भी ऐसा ही हुआ है। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि ने कहा कि जलनिकासी के नाम पर प्रशासन लाखों की धनराशि खर्च कर देता है, लेकिन जलभराव से शहरवासियों को फिर भी निजात नहीं मिलती।
राजकुमार शर्मा ने कहा कि या तो प्रशासन जलनिकासी के नाम पर हर बार लाखों रूपए बर्बाद कर देता है या रकम खर्च होती ही नहीं, सिर्फ कागजों में खर्च दिखाकर जनता को गुमराह किया जा रहा है। पब्लिक हैल्थ के अधिकारी व ठेकेदार मिलकर सरकारी पैसे का गबन कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि अगर धरातल पर काम हुआ होता तो जलभराव की समस्या का निदान हो जाता, मगर प्रशासन के दावे हकीकत से कोसों दूर खड़े हैं। रात को हुई मूसलाधार बरसात ने शहर को पानी-पानी कर दिया है।
लोग जलभराव के कारण घरों में कैद होकर रह गए हैं। तमाम बाजारों में जलभराव के चलते व्यापारियों का धंधा ठप्प हो गया है। राजकुमार शर्मा ने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण पूरा शहर नरक भोग रहा है और अधिकारी चैन की बंसी बजा रहे हैं। शर्मा ने कहा कि लोग प्रशासन और भाजपा नेताओं को कोस रहे हैं। लोगों के दिक्कत की इस घड़ी में ना तो भाजपा का कोई नेता नजर आ रहा है, ना ही कोई इनका पार्षद। शहरवासियों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।