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भगवान कोटली ने जिलावासियों को लोहड़ी एवं मकर संक्रांति की दी शुभकामनाएं

भगवान कोटली ने जिलावासियों को लोहड़ी एवं मकर संक्रांति की दी शुभकामनाएं

सिरसा। युवा इनेलो जिलाध्यक्ष भगवान कोटली ने जिलावासियों को लोहड़ी एवं मकर संक्रांति पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। अपने संदेश में कोटली ने कहा कि यह खुशी का त्यौहार पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर सहित उत्तर भारतीय राज्यों में मनाया जाता है। लोहड़ी का सांस्कृतिक महत्व है क्योंकि यह एक एकजुटता की शक्ति के रूप में कार्य करता है, लोगों को एक साथ लाता है। लोहड़ी भारत में सबसे ज़्यादा मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह कठोर सर्दियों के अंत का प्रतीक है और आने वाले वसंत के लंबे, धूप वाले दिनों का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि यह त्योहार किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह रबी की फ़सलों, ख़ास तौर पर गन्ना, गेहूं और सरसों की कटाई का प्रतीक है। लोहड़ी फ़सल के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है, जो समृद्धि, खुशी और जीवन के नवीनीकरण का प्रतीक है।कोटली ने कहा कि ग्रहों के राजा सूर्य देव जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। यह हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। इस दिन सूर्य देव की पूजा-उपासना की जाती है। मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की आराधना करने से जातक के सभी कष्ट दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। इस दिन से सूर्य की उत्तरायण गति आरंभ होती है और इसी कारण इसको उत्तरायणी भी कहते हैं। कोटली ने कहा कि मकर संक्रांति के दिन से ही खरमास का भी समापन हो जाता है और शादी-विवाह जैसे शुभ और मांगलिक कार्यों पर लगी रोक हट जाती है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया वे इस पर्व को मिल जुलकर मनाएं और आपसी भाईचारा मजबूत करें।

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