Haryana news: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने अपनी बहुचॢचत पोस्ट कार्ड सीरिज के जरिए इस बार युवाओं के महत्वपूर्ण मुद्दे सी.ई.टी. परीक्षा के संदर्भ में सरकार की ओर से जारी की गई अधिसूचना को लेकर मौजूदा सरकार व मुख्यमंत्री नायब सैनी पर सवालों की झड़ी लगाई है। सरकार ने पिछले साल 31 दिसंबर को सी.ई.टी. परीक्षा के संदर्भ में पुरानी नीति को खारिज करते हुए नई अधिसूचना जारी की थी। सुर्जेवाला का कहना है कि सरकार हरियाणा के युवाओं को सी.ई.टी. के चक्रव्यूह में फंसाने की साजिश रच रही है।
गौरतलब है कि रणदीप सिंह सुर्जेवाला पोस्ट कार्ड सीरिज के जरिए किसी एक खास विषय को चुनते हैं और उस पर तथ्यों एवं तर्कों के साथ अपनी बात रखते हैं। यह सीरिज काफी लोकप्रिय बन रही है। वे ऑडियो-वीडियो वर्जन के माध्यम से अपनी बात को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। उनकी ताजा पोस्ट कार्ड सीरिज युवाओं व सी.ई.टी. परीक्षा को लेकर है। रणदीप सिंह सुर्जेवाला का कहना है कि वे उम्मीद करते हैं नए साल में हमारी जांबाज एवं काबिल युवा शक्ति नायाब जाल के फंदे से बची रहेगी। भाजपा के साजिशी चक्रव्यूह से सुरक्षित रहेगी। सुर्जेवाला ने कहा कि वे नए साल में प्रदेश के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हंै कि युवाओं के लिए नए दरवाजे खुलें, वे जिंदगी में आगे बढ़ें तथा देश व प्रदेश का नाम रोशन करें।
*युवाओं की आंखों में धूल झोंक रही है सरकार*
कांग्रेस महासचिव एवं राज्यसभा के सदस्य रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने मुख्यमंत्री नायब ङ्क्षसह सैनी की तुलना महाभारत के किरदार शकुनी से कर डाली। उन्होंने कहा कि एक सवाल सर चकराने वाला यह है कि महाभारत के शकुनी से भी ज्यादा चालबाजियां यह सरकार और मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चलते हैं। हरियाणा की एक कहावत चोर चोरी से जाए हेराफेरी से न जाए का जिक्र करते हुए सुर्जेवाला ने कहा कि 31 दिसंबर को सभी लोग पुराने साल की विदाई और नए साल का स्वागत कर रहे थे और उसी दिन नायाब तरीके से हरियाणा के युवाओं के साथ पॉकेटमारी की गई। युवाओं की आंखों में धूल झोंकने का काम किया गया। कांगे्रस नेता ने कहा कि सरकार ने इस बार सी.ई.टी. को अपना हथियार बनाते हुए पुरानी पॉलिसी को सिरे से खाजिर करते हुए नई अधिसूचना जारी कर दी। उन्होंने तथ्य बताते हुए कहा कि गु्रप सी. एवं डी. की पोस्ट में क्वालीफाई युवाओं के लिए प्रति पोस्ट कोई संख्या निर्धारित न करना अपने-आप में प्रश्र खड़े करता है। यदि 10 पोस्ट हैं, तो उसके लिए सभी को बुलाए जाने का प्रावधान नहीं किया गया है और न ही इसके लिए कोई 10 गुणा, 8 गुणा आदि का फार्मूला तय किया गया है। ऐसे में यह सरकार अपनी सहूलियत एवं सुविधा के अनुसार नियम बना रही है। सुर्जेवाला ने आरोप लगाया कि सरकार मौज-मस्ती करते हुए माल पीना चाहती है और जब युवा अपनी मांगों को लेकर सडक़ों पर उतरेगा तो उस पर लाठियां बरसाई जाएंगी और अश्रुगैस के गोल छोड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई उम्मीदवार 20 अलग-अलग पोस्ट के लिए आवेदन करता है तो उसे 20 आवेदनकत्र्ताओं की संख्या के हिसाब से गिना जाएगा। इससे काबिल युवाओं को परीक्षा में बैठने का अवसर नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साल में दो बार सी.ई.टी. की परीक्षा करवाए जाने का वादा किया था और पांच साल में महज 1 बार ही परीक्षा हुई। अब नई अधिसूचना में भी यह स्पष्ट नहीं है कि साल में सी.ई.टी. की परीक्षा कितनी बार होगी। सुर्जेवाला ने तो सी.ई.टी. की परीक्षा में अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग के हकों पर भी डाका डालने की बात कहते हुए कहा कि सरकार ने इस समाज के बच्चों को परीक्षा में राहत न देकर भी अन्याय किया है।
*सडक़ से संसद तक लड़ेंगे युवाओं की लड़ाई*
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुर्जेवाला का कहना है कि भाजपा का एकमात्र लक्ष्य प्रदेश के 50 लाख युवाओं को आने वाले पांच वर्षों में सी.ई.टी. के चक्रव्यूह में उलझाकर रखना है। यह सरकार युवा विरोधी कदम उठा रही है। युवाओं की आंखों में धूल झोंकने का काम किया जा रहा है। सुर्जेवाला ने कहा कि उन समेत कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से युवाओं के साथ है और युवाओं के हितों को लेकर सडक़ से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेंगे। कांगे्रस के विधायक विधानसभा में भी सरकार से सवाल पूछेंगे। सुर्जेवाला ने कहा कि अपनी चालबाजियों से भाजपा सरकार ने पहले भी युवाओं को लगातार सी.ई.टी. के अजब-गजब नियमों में उलझाए रखा। इस सरकार के कार्यकाल में देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। सरकार एक के बाद एक युवा विरोधी निर्णय ले रही है, पेपर लीक हो रहे हैं तो युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने तक से वंचित किया जा रहा है।